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कैंसर के लक्षण क्या होते है? (Cancer Symptoms in Hindi)

Cancer Symptoms Guide

कैंसर (Cancer)

कैंसर (Cancer) शरीर में होने वाली एक असामान्य और घातक स्थिति है। इंसान के शरीर में जब सेल्स(Cells) के जीन्स में किसी भी तरह का बदलाव आने लगता है तो कैंसर(Cancer) की शुरुआत होती है। कैंसर अपने आप से भी हो सकता है या फिर गुटखा, तंबाकू या कोई भी नशीले पदार्थ का सेवन करने से भी होता है। इसके लिए अल्ट्रावॉयलेट रेज(Ultraviolet Rays) और रेडिएशन(Radiation) भी जिम्मेदार हो सकते हैं।

कैंसर की वजह से इम्यून सिस्टम(Immune system) खराब हो जाता है और शरीर इसको झेल नहीं पाता। कैंसर के शुरू में ही इस पर काबू पा लिया जाए तो इससे छुटकारा पाया जा सकता है। कैंसर एक बहुत खतरनाक बीमारी है। कैंसर का इलाज मुख्यरूप से कीमोथेरेपी (chemotherapy), रेडिएशन (Radiation) और सर्जरी द्वारा की जाती है।

कैंसर के कारण (Cause of Cancer):

आपके शरीर में कैंसर के विकास में कई कारक योगदान करते हैं। इसमें कुछ निम्नलिखित मुख्य कारण

1. धूम्रपान और तंबाकू उत्पादों का सेवन (Smoking and administration tobacco products)
धूम्रपान और तंबाकू उत्पादों का उपयोग फेफड़ों का कैंसर(Lung cancer), मौखिक कैंसर(Oral cancer), लारेंजियल कैंसर(Laryngeal cancer), इसोफेजियल कैंसर(Esophageal cancer) इसके मुख्य कारणों में से एक है।

2. एक अस्वास्थ्यकर जीवनशैली(An unhealthy lifestyle)
हाय फैट (High Fat) या उच्च शुगर (High Sugar) वाले खाद्य पदार्थ खाने से कई प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। यदि आप पर्याप्त व्यायाम नहीं करते हैं तो आप बीमारी की चपेट में भी आ सकते हैं।

3. एक जहरीला वातावरण (Exposure to toxic environment)
आपके वातावरण में विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आना, जैसे कि एस्बेस्टस, कीटनाशक और रेडॉन, अंततः कैंसर का कारण बन सकते हैं।

4. विकिरण अनावरण(Radiation exposure)
सूरज से अल्ट्रावायलेट किरणें (Ultraviolet Rays) त्वचा कैंसर के लिए आपके जोखिम को काफी बढ़ा देता है। विकिरण उपचार के लिए अत्यधिक जोखिम भी एक जोखिम कारक हो सकता है।

5. अनुवांशिक कारण(Hereditary History):
कुछ बचपन के कैंसर में पारिवारिक इतिहास, अनुवांशिक विकार भूमिका निभा सकते हैं।

6. कुछ वायरस का सम्पर्क (Exposure to certain viruses)
एप्सटिन बार वायरस और HIV वायरस कैंसर का कारण बन सकता है। हो सकता है की यह वायरस किसी तरह सेल को बदल दे।

कैंसर के लक्षण क्या है।(What are the Symptoms of Cancer)

1.) शरीर में किसी भी तरह का बिना वजह का दर्द है और वह दवाओं से ठीक नहीं हो रहा तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए जैसे सीने में दर्द, सर दर्द, फेफड़ों में दर्द या फिर पेट दर्द। इस तरह के दर्द का सीधा मतलब यह नहीं है कि आप को कैंसर है लेकिन किसी भी तरह के दर्द को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए और डॉक्टर से चेकअप कराना चाहिए।

2) अगर लंबे समय से खांसी आ रही हो और खांसी के साथ साथ खून भी आ जाए तो यह बहुत ही गंभीर बात है। इसकी फौरन ही जांच कराना चाहिए।

3.) पेशाब में किसी भी तरह की दिक्कत पैदा हो या फिर पेशाब के साथ खून आने लगे तो इसकी फौरन जांच करानी चाहिए। यह एक गंभीर समस्या है।

4.) बिना किसी वजह के वजन कम होना भी कैंसर के लक्षणों में आता है। इसकी तुरंत जांच कराएं।

5.) अच्छी डाइट के बावजूद थकान का बने रहना या फिर बिना कारण थकान बनी रहना भी एक समस्या है।

कैंसर के चार चरण कौन से हैं?(four stages of cancer)

अधिकांश कैंसर के चार चरण होते हैं। विशिष्ट चरण ट्यूमर (Tumour) के आकार और स्थान सहित कुछ अलग-अलग कारकों द्वारा निर्धारित किया जाता है:

स्टेज I: कैंसर एक छोटे से क्षेत्र में स्थानीयकृत होता है और लिम्फ नोड्स(Lymph nodes) या अन्य ऊतकों(Tissues) में नहीं फैलता है।

स्टेज II: कैंसर बढ़ गया है, लेकिन फैला नहीं है।

चरण III: कैंसर बड़ा हो गया है और संभवतः लिम्फ नोड्स (Lymph nodes) या अन्य टिशूज में फैल गया है।

चरण IV: कैंसर आपके शरीर के अन्य अंगों या क्षेत्रों में फैल गया है। इस चरण को मेटास्टेटिक(Metastatic) या एडवांस्ड कैंसर(Advance Cancer) भी कहा जाता है।

हालांकि चरण I से IV सबसे आम हैं, चरण शून्य भी है। यह प्रारंभिक चरण कैंसर का वर्णन करता है जो अभी भी उस क्षेत्र में स्थानीयकृत है जिसमें यह शुरू हुआ था। कैंसर जो अभी भी चरण शून्य में हैं, आमतौर पर आसानी से इलाज योग्य होते हैं और अधिकांश स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं द्वारा उन्हें पूर्व-कैंसर(Pre-cancerous) माना जाता है।

कैंसर का इलाज(Treatment of Cancer)

डॉक्टर कैंसर के प्रकार, स्थान या अवस्था के आधार पर इलाज का विकल्प (Cancer treatment) तय कर सकता है। आमतौर पर, कैंसर के उपचार में मुख्य रूप से सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडिएशन, हार्मोन थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और स्टेम सेल ट्रांसप्लांट्स शामिल हैं। सर्जरी (Surgery) डॉक्टर सर्जरी के जरिए कैंसर के ट्यूमर, ऊतकों, लिम्फ नोड्स या किसी अन्य कैंसर प्रभावित क्षेत्र को हटाने की कोशिश करते हैं। कभी-कभी डॉक्टर बीमारी की गंभीरता का पता लगाने के लिए भी सर्जरी करते हैं। यदि कैंसर शरीर के दूसरे अंगों में नहीं फैला है, तो सर्जरी इलाज का सबसे अच्छा विकल्प है। कीमोथेरेपी (Chemotherapy) कीमोथेरेपी को कई चरणों में किया जाता है। इस प्रक्रिया में ड्रग्स के जरिए कैंसर कोशिकाओं को खत्म की जाती है। हालांकि, उपचार का यह तरीका किसी-किसी के लिए काफी कष्टदायक होता है। इसके कई साइड एफेक्ट्स भी नजर आते हैं, जिसमें बालों का झड़ना मुख्य रूप से शामिल है। दवाओं को खाने के साथ ही नसो में इंजेक्शन के जरिए भी पहुंचाया जाता है। रेडिएशन थेरेपी (Radiation therapy) रेडिएशन कैंसर कोशिकाओं पर सीधा असर करता है और उन्हें दोबारा बढ़ने से रोकता है। इस प्रक्रिया में, उच्च ऊर्जा कणों (high-energy particles) या तरंगों (Waves) का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने की कोशिश की जाती है। कुछ लोगों को इलाज में सिर्फ रेडिएशन थेरेपी तो किसी-किसी को रेडिएशन थेरेपी के साथ सर्जरी और कीमोथेरेपी भी दी जाती है। इम्‍यूनोथेरेपी (Immunotherapy) इम्‍यूनोथेरेपी आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में सक्षम बनाती है। हार्मोन थेरेपी (Hormone therapy) इस थेरेपी का उपयोग उन कैंसर के उपचार के लिए किया जाता है, जो हार्मोन से प्रभावित होते हैं। हार्मोन थेरेपी से स्तन और प्रोस्टेट कैंसर में काफी हद तक सुधार होता है।

निष्कर्ष (Summary)

अक्सर हम यह सोचते हैं कि कैंसर एक लाइलाज बीमारी है। हां, इसका इलाज थोड़ा मुश्किल है। कुछ लोग इस बीमारी से लड़ कर विजय हासिल कर लेते हैं और कुछ इससे लड़ते-लड़ते आखिर में अपनी जान गवा देते हैं।
कैंसर जैसी बीमारी का अगर शुरू में ही पता चल जाए और इस पर काबू पा लिया जाए तो इससे छुटकारा मिल सकता है। कैंसर से बचाव और उसे फैलने से रोकने के लिए कैंसर का जरा भी अंदेशा होते ही अपने नजदीकी डॉक्टर से मिलें और कंसल्ट करें। ऐसे में जो चीजें कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में मदद करती हैं उन चीजों का सेवन करना चाहिए। ब्रोकली, टमाटर, अदरक, हल्दी, जामुन, रसभरी, हरी और पत्तेदार सब्जियां, गोभी, केला, पालक, गाजर, साबुत अनाज, सोया, करेला, मांस और अखरोट! इन चीजों का सेवन करें। ये कैंसर से लड़ने में मदद करती हैं।

तंबाकू खाना, स्मोकिंग करना या किसी अन्य प्रकार का नशा इंसान जानता तो हैं कि यह उसकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है लेकिन फिर भी इनका सेवन करता है। कई बार इनके अत्यधिक सेवन से कैंसर जैसी बीमारी पैदा हो जाती है जिससे इंसान काफी परेशानी भी उठाता है और अंत में अपनी जान भी गवा देता है। हमें तंबाकू या फिर किसी भी तरह की नशीली चीज से परहेज करना चाहिए और अपनी सेहत का ख्याल रखना चाहिए।